इस बार रक्षाबंधन 11 अगस्त को पड़ रहा है. रक्षाबंधन के दिन सावन की पूर्णिमा तिथि पड़ रही है. इसके साथ ही रक्षाबंधन के पूरे दिन भद्रा का साया भी रहेगा.
भद्रा काल पंचांग की गणना
सावन के पूर्णिमा तिथि के दिन इस बार भद्रा काल रहने वाला है. वहीं इस दिन रक्षाबंधन भी पड़ रहा है.
रक्षाबंधन 11 अगस्त के दिन पूर्णिमा तिथि सुबह 11 अगस्त की सुबह 10 बजकर 38 मिनट में शुरू होगा.जो 12 अगस्त को सुबह 07 बजकर 05 मिनट तक रहेगा. जिसके चलते कई जगह पर 11 और 12 अगस्त को कई जगह पर रक्षाबंधन मनाया जाएगा.
भद्रा में क्यों नहीं बांधनी चाहिए राखी
ऐसा कहा जाता है कि भद्रा को शनिदेव की बहन थी. जिसे ब्रम्हा जी ने श्राप दिया था कि अगर कोई भी भद्रा में शुभ या मांगलिक कार्य करेगा उसका परिणाम अशुभ होग...
राखी बांधने का शुभ मुहूर्त
ज्योतिष का जानकारों के अनुसार इस दिन सुबह 11 बजकर 37 मिनट से 12 बजकर 29 मिनट तक अभिजीत मुहूर्त रहेगा.
इसके बाद दोपहर 02 बजकर 14 मिनट से 03 बजकर 07 मिनट तक विजय मुहूर्त होगा. रक्षाबंधन के दिन प्रदोष काल का मुहूर्त 11 अगस्त 2022 को रात के 08 बजकर 52 मिनट से 09 बजकर 14 मिनट रहेगा. जिसे राखी बांधने के लिए सबसे शुभ समय माना जा रहा है.
बहन का प्यार किसी दुआ से कम नहीं होतावो चाहे दूर भी हो तो गम नहीं होताअक्सर रिश्ते दूरियों से फीके पड़ जाते हैपर बहन भाई का प्यार कभी कम नहीं होताHappy Raksha Bandhan
हल्दी है तो चन्दन हैराखी है तो रिश्तों का बन्धन है